गांधीजी की चिट्टियों की शुरुआत तो पढ़ाई के दिनों में ही हो गयी थी। लेकिन अफ्रीका प्रवास के दौरान की का चिट्ठियों से खास महत्व आरंभ होता है। गांधीजी तब वैश्विक स्तर पर लोगों से पत्राचार कर रहे थे। भारत में आने के बाद उनकी चिट्ठियों का रूप बदल गया। इन चिट्ठियों की बदौलत गांधीजी कई हस्तियों के करीब आए। एक अंग्रेज एडमिरल की बेटी स्लेड (जो मीरा बहन के नाम से बाद में जानी गई) वह भी चिट्ठियों की बदौलत गांधीजी से जुड़ीं।
गांधीजी की चिट्टियों की शुरुआत तो पढ़ाई के दिनों में ही हो गयी थी